मेरा प्यार इतना सस्ता नहीं
के तुम औरों पर लुटाते रहो…
दूसरी को पटाते -पटाते अगर
यूँही मुझे बनाते रहे उल्लु,,,
तो न मिलूंगी मैं, न मिलेगी कोई और…
मिलेगा तो बस,,, तुम्हे…
बाबाजी का ठुलूलू,,,,,
के तुम औरों पर लुटाते रहो…
दूसरी को पटाते -पटाते अगर
यूँही मुझे बनाते रहे उल्लु,,,
तो न मिलूंगी मैं, न मिलेगी कोई और…
मिलेगा तो बस,,, तुम्हे…
बाबाजी का ठुलूलू,,,,,